पिता- पुत्र के रिश्ते के जरिए पीढ़ी के अंतर को रेखांकित करता नाटक ‘संक्रमण’

इंदौर : पिता और पुत्र के बीच कोमल संबंधों और उनकी पीढ़ियों के बीच के अंतर पर आधारित नाटक ‘संक्रमण’ का मंचन शनिवार को अभिनव कला समाज के मंच पर किया गया।किया गया।

थिएटर ग्रुप ‘अनवरत’ के साप्ताहिक नाटकों की श्रृंखला में यह नाटक खेला गया।संक्रमण की कहानी एक आदमी और उसके परिवार के इर्द-गिर्द घूमती है। आदमी अपने नैतिक मूल्यों को अपने बेटे की जीवन शैली में शामिल करने की कोशिश करता है। जब वह अपने परिवार में शांति बनाए रखने का प्रयास करता है तो उसे महसूस होता है कि वह बचपन में अपने पिता के साथ कैसा व्यवहार करता था।यह नाटक अतीत और वर्तमान की घटनाओं के बीच शानदार तालमेल पर आधारित था।

नाटक की शुरुआत परिवार की वर्तमान स्थिति को पेश करने के साथ होती है, लेकिन जैसे-जैसे परिस्थितियां बदलती है और परिवार पर आफ़त आती है तब बेटे को अपना उत्तरदायित्व समझ में आने लगता है और वह पिता के साथ किए तल्ख व्यवहार पर क्षुब्ध होता है।

थिएटर के कलाकार थे – नीतेश उपाध्याय (पिता ) कुनाल विजयवर्गीय (बेटा) पूजा चौधरी (माँ)। मंच परिकल्पना- किशन ओझा ।संगीत – मुस्कान रनसोरे। लाइटस- सोनू हारिया । निर्देशन – नीतेश उपाध्याय। मेकअप – निष्ठा मोर्या।

प्रारम्भ में स्टेट प्रेस क्लब,मप्र के अध्यक्ष प्रवीण कुमार खारीवाल, अभिनव कला समाज के प्रधानमंत्री अरविंद अग्निहोत्री,कोषाध्यक्ष कमल कस्तूरी और पत्रकार विवान सिंह राजपूत ने दीप प्रज्ज्वलित कर नाटक का शुभारंभ किया। अंत में कार्यकारणी सदस्य सोनाली यादव ने आभार व्यक्त किया।कार्यक्रम में बड़ी संख्या में नाट्य एवं कला प्रेमी मौजूद थे।

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