इंदौर प्रवास पर बोले कमलनाथ,  बीजेपी के शासन में शराब सस्ती, पेट्रोल सहित तमाम वस्तुएं हो गई महंगी

इंदौर : बीजेपी के शासनकाल में शराब सस्ती और पेट्रोल महंगा हो गया है। महंगाई इस कदर बढ़ गई है कि लोगों के लिए दो जून की रोटी जुटाना मुश्किल हो गया है। बेरोजगारी चुनौती बनकर खड़ी है। भ्रष्टाचार बढ़कर अब संस्थागत हो गया है। मप्र भारी कर्ज के बोझ तले दबा हुआ है। किसान, नौजवान, छोटा व्यापारी सब परेशान हैं। शिवराज सरकार कलाकारी की राजनीति में व्यस्त है पर अब जनता समझदार हो गई है। आगामी विधानसभा चुनाव में वह सच्चाई का साथ देगी।
ये बात नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कही। वे शुक्रवार को प्रेस क्लब के प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में बोल रहे थे।

महंगाई पर चुप क्यों हैं मोदी- शिवराज।

बेतहाशा बढ़ती महंगाई पर केंद्र व प्रदेश की बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में पेट्रोल- डीजल के भाव 54 रुपए लीटर हो गए थे तो शिवराज सिंह साइकिल लेकर निकल पड़े थे। नरेंद्र मोदी भी आलोचना करने से नहीं चूकते थे, पर आज जब पेट्रोल- डीजल के भाव आसमान पर हैं, महंगाई बेलगाम हो गई है। लोग दाल- रोटी के लिए तरस रहे हैं, पर पीएम मोदी और सीएम शिवराज दोनों चुप हैं। शिवराज की साइकिल पंचर हो गई है।

किसानों नही मिल रहा उपज का उचित मूल्य।

कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी की सरकार में किसानों को उपज का सही मूल्य नहीं मिल रहा है। खाद- बीज महंगे होते जा रहे हैं। उपज की लागत तक निकालना किसानों के लिए मुश्किल हो गया है।

बेरोजगारी है सबसे बड़ी चुनौती।

कमलनाथ का कहना था कि नौजवानों में बढ़ती बेरोजगारी चिंता का विषय है।शिवराज सरकार नौजवानों को रोजगार देने में विफल रही है। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी भत्ता देना समस्या का हल नहीं है। ग्रामीण क्षेत्र का नौजवान भी अब शहर में रहकर पढ़ाई कर रहा है। अतः शहरी और ग्रामीण जैसा कुछ रहा नहीं है। पढ़े- लिखे नौजवान को रोजगार कैसे मुहैया कराया जाए, यह आज की सबसे बड़ी चुनौती है। इसपर ध्यान देने की जरूरत है।

निवेशकों के मन में भरोसा कायम करना जरूरी।

कमलनाथ ने शिवराज सरकार की इन्वेस्टर्स समिट और एमओयू साइन करने पर कटाक्ष करते हुए कहा कि इंदौर आर्थिक गतिविधियों का प्रमुख केंद्र है।कोई एक यूनिट यहां लगती है तो प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से कई लोगों को रोजगार मिलता है। केवल एमओयू साइन करने से कुछ नहीं होता, निवेशकों का भरोसा जीतने की जरूरत है। उन्हें आनेवाली समस्याएं दूर करना जरूरी है। मुख्यमंत्री रहते उन्होंने इसकी शुरुआत की थी।

भ्रष्टाचार अब संस्थागत हो गया है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि मप्र में भ्रष्टाचार ने अब संस्थागत रूप ले लिया है। समूची व्यवस्था भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। बिना लिए- दिए कोई काम नहीं होता। ये बेहद चिता की बात है।

कर्ज में डूबा है मप्र।

कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज मप्र पर कर्ज का बोझ बढ़कर कई गुना हो गया है। पहले जितना कर्ज हुआ करता था, उतना तो अब ब्याज देने में चला जाता है। प्रदेश बदहाली के दौर में पहुंच गया है।

मनोरंजन सीरियल देखने वाले चुनाव में जीत- हार तय करते हैं।

कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश का 95 फीसदी मतदाता किसी पार्टी से जुड़ा नहीं है। ये वो मतदाता है जो न्यूज चैनल नहीं मनोरंजन के सीरियल देखता है। यही मतदाता चुनाव में हार- जीत तय करता है।
कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी के राज में मप्र के हालात बदतर हो गए हैं। मतदाता बेहद समझदार हो गया है। प्रदेश की तस्वीर उसके सामने है। उन्हें उमीद है कि आगामी 17 माह बाद होनेवाले चुनाव में मतदाता सच्चाई का साथ देंगे।

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